गणपति का टूटा हुआ दाँत: “एकदंत” का रहस्य, पौराणिक कथाएँ और दार्शनिक संदेश

प्रस्तावना भगवान गणेश भारतीय संस्कृति और भक्ति परंपरा के सबसे प्रिय देवता हैं। हर शुभ कार्य की शुरुआत गणेश जी की पूजा से होती है। वे विघ्नहर्ता, संकटनाशक, बुद्धिदाता और सुखकर्ता के रूप में जाने जाते हैं। गणेश जी के स्वरूप का हर हिस्सा कोई न कोई गहरा संदेश देता है। लेकिन सबसे रहस्यमय है … Read more

ऋषि वेदव्यास : महाभारत और वेद विभाजन के अमर ऋषि

प्रस्तावना भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म में अनेकों ऋषि-मुनियों ने ज्ञान और धर्म की रक्षा में अपना योगदान दिया है, लेकिन उनमें से महर्षि वेदव्यास का स्थान सबसे ऊँचा माना जाता है। उन्हें कृष्ण द्वैपायन व्यास और व्यासदेव भी कहा जाता है। उन्होंने ही वेदों का विभाजन किया, महाभारत जैसी अमर रचना की और 18 … Read more

ऋषि वेदव्यास : वेदों के संकलनकर्ता और चिरंजीवी महर्षि

प्रस्तावना भारतीय सनातन परंपरा में यदि किसी ऋषि को ज्ञान और ग्रंथकारिता का प्रतीक माना जाए तो वे हैं महर्षि वेदव्यास( ऋषि वेदव्यास )। इन्हें कृष्ण द्वैपायन व्यास, व्यासदेव और वेदव्यास नामों से भी जाना जाता है।इन्हीं के सम्मान में आषाढ़ पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा मनाई जाती है। जन्म कथा ऋषि वेदव्यास का जन्म रहस्यमयी … Read more

जगन्नाथ पुरी के रथयात्रा के चमत्कार: जिन्हें विज्ञान आज तक नहीं समझ पाया

परिचय भारत के ओडिशा राज्य में स्थित जगन्नाथ पुरी मंदिर केवल एक धार्मिक धाम नहीं, बल्कि चार धामों में से एक है, जहाँ हर साल होने वाली रथयात्रा दुनिया का सबसे अद्भुत और चमत्कारी आयोजन मानी जाती है। लाखों श्रद्धालु जब भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के विशाल रथ खींचते हैं, तो वहाँ घटने वाले … Read more

क्यों राधा का नाम कृष्ण से पहले लिया जाता है? – ब्रज की अद्भुत परंपरा

परम भक्तों के मुख से जब भी भगवान श्रीकृष्ण का नाम लिया जाता है, तो उससे पहले स्वाभाविक रूप से राधा का नाम आता है – ‘राधे कृष्ण’, ‘राधे श्याम’ या ‘राधे गोविंद’।क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों होता है? भगवान तो स्वयं पूर्ण पुरुषोत्तम हैं, फिर उनके आगे राधारानी का नाम क्यों? … Read more

क्यों विष्णु भगवान शेषनाग पर शयन करते हैं? – आध्यात्मिक, पौराणिक और वैज्ञानिक रहस्य

हिन्दू धर्म में भगवान विष्णु का शेषनाग पर शयन करना एक अत्यंत गूढ़ और रहस्यमय दृश्य है। समुद्र मंथन से लेकर ब्रह्मांड की रचना तक, हर कथा में शेषनाग और भगवान विष्णु का संबंध गहरा दिखाई देता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर भगवान विष्णु शेषनाग पर ही क्यों शयन करते हैं? … Read more

रावण शिव का सबसे बड़ा भक्त कैसे बना?

भूमिका जब भी भगवान शिव के महान भक्तों की चर्चा होती है, तो नाम आता है – रावण का। आश्चर्य होता है कि जो त्रेतायुग में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का विरोधी बना, वही रावण शिव का इतना महान उपासक कैसे था? क्या उसकी भक्ति सच्ची थी? क्या उसने भगवान शिव से वरदान लेकर अपनी शक्ति … Read more

राम सेतु का रहस्य – क्यों तैरते हैं इसके पत्थर?

प्रस्तावना भारत के दक्षिणी छोर पर स्थित रामेश्वरम और श्रीलंका के मान्नार द्वीप के बीच समुद्र में फैली एक अद्भुत शृंखला है – जिसे हम आज राम सेतु या आदम ब्रिज के नाम से जानते हैं।मान्यता है कि यह वही सेतु है, जिसे भगवान राम की वानर सेना ने लंका तक पहुँचने के लिए बनाया … Read more

कुन्ती को कौन-से ऋषि ने क्या वरदान दिया और क्यों?

भूमिका महाभारत के विशाल ग्रंथ में कई रहस्यमय कथाएं हैं, जिनमें से एक कथा है कुन्ती को मिला दुर्वासा ऋषि का वरदान। यही वरदान आगे चलकर पाण्डवों के जन्म का कारण बना और महाभारत युद्ध की नींव रखी। आइए जानते हैं यह कथा विस्तार से। 1. कुन्ती कौन थीं? 2. दुर्वासा ऋषि का आगमन 3. … Read more

“विष्णु लक्ष्मी का दिव्य प्रेम: चरण दबाने के पीछे छुपा आध्यात्मिक संदेश”

“धन तभी पवित्र है, जब वह धर्म के चरणों में समर्पित हो।” भूमिका हिंदू धर्म की सबसे सुंदर छवियों में से एक है — क्षीरसागर में शेषनाग पर शयन करते भगवान विष्णु और उनके चरण दबाती लक्ष्मी जी।यह दृश्य केवल दिव्य प्रेम का ही प्रतीक नहीं, बल्कि गहरा आध्यात्मिक संदेश और जीवन के आदर्श भी … Read more