धनतेरस 2025: तिथि, महत्व, पूजा विधि, कथा और शुभ खरीदारी

धनतेरस दीपावली की शुरुआत का पहला दिन होता है। यह दिन भगवान धन्वंतरि और माता लक्ष्मी को समर्पित होता है। मान्यता है कि इस दिन जो भी शुभ वस्तु खरीदी जाती है, वह घर में सुख-समृद्धि बढ़ाती है। 2025 में धनतेरस का पर्व विशेष संयोग लेकर आ रहा है। ✅ धनतेरस 2025 कब है? (तिथि … Read more

धनतेरस क्यों मनाई जाती है? दो पौराणिक कथाएँ, पूजा-विधि, खरीदारी नियम और धन प्राप्ति के उपाय

प्रस्तावना धनतेरस, जो कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को पड़ता है, हिंदू धर्म का एक अत्यंत महत्वपूर्ण पर्व है। इसे धन और स्वास्थ्य की देवी लक्ष्मी के साथ जोड़कर मनाया जाता है। यह पर्व न केवल धन-संपत्ति और समृद्धि का प्रतीक है, बल्कि स्वास्थ्य और जीवन रक्षा का भी संदेश देता है। … Read more

वसुबारस (गोवत्स द्वादशी) 2025: कहानी, महत्व, पूजा-विधि, वैज्ञानिक कारण और क्षेत्रानुसार परंपराएँ

1. प्रारंभिक कहानी: जब कृष्ण ने गाय को प्रणाम किया सूरज की हल्की सुनहरी किरणें गाँव के चारों ओर फैल रही थीं। छोटे कृष्ण ने अपने छोटे हाथों में गोबर की छोटी मूर्ति ली और उसे प्यार से छूकर प्रणाम किया। उसके सामने खड़ी गाय उसकी आँखों में मुस्कान लिए खड़ी थी। यही वह दिन … Read more

राम एकादशी व्रत कथा (Rama Ekadashi Vrat Katha)

राम एकादशी 2025 आ रही है! जानिए इस पवित्र दिन की कथा, व्रत विधि और महत्त्व। इस दिन व्रत रखने से पाप नष्ट होते हैं, पितृ तृप्त होते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है। राम एकादशी क्या है? कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को राम एकादशी कहा जाता है। इसे रंभा एकादशी … Read more

🪔 राम एकादशी 2025: व्रत तिथि, महत्व, कथा, पूजा-विधि और वैज्ञानिक रहस्य

📅 राम एकादशी 2025 कब है? एकादशी तिथि वार राम एकादशी 2025 20 अक्टूबर 2025 (सोमवार) कार्तिक कृष्ण पक्ष 👉 यह एकादशी दीपावली से ठीक पहले आती है — इसलिए इसे “धन और सौभाग्य देने वाली एकादशी” भी कहा जाता है। 🔱 इस एकादशी का आध्यात्मिक महत्व 🔱 राम एकादशी का महत्व 📖 राम एकादशी … Read more

अहोई अष्टमी संतान सुख और समृद्धि का पावन व्रत

✨ प्रस्तावना हिन्दू संस्कृति में व्रत और त्योहारों का विशेष स्थान है। हर व्रत किसी न किसी भाव से जुड़ा होता है—कहीं पति की लंबी आयु के लिए तो कहीं संतान की समृद्धि के लिए। इन्हीं महान और भावपूर्ण व्रतों में एक है — अहोई अष्टमी। यह व्रत मुख्य रूप से संतानवती माताओं द्वारा अपने … Read more

भुलाबाई: महाराष्ट्र की प्राचीन लोक परंपरा और दिवाली का माधुर्यपूर्ण गीत

भारत की सांस्कृतिक धरोहर केवल मंदिरों, त्योहारों और लोकनृत्यों तक सीमित नहीं, बल्कि लोकगीतों में भी छिपी हुई है। इन्हीं लोकगीतों में से एक है “भुलाबाई”, जो विशेष रूप से महाराष्ट्र के विदर्भ, खानदेश और मराठवाड़ा क्षेत्र में दिवाली के समय गाया जाता है। यह केवल एक गीत नहीं, बल्कि सामुदायिक एकता, आशीर्वाद और पारंपरिक … Read more

इंदिरा एकादशी 2025: पितृदोष निवारण और मोक्ष का अद्भुत अवसर

आज की तिथि: 17 सितंबर 2025पक्ष: कृष्ण पक्षमास: आश्विनवार: बुधवार इंदिरा एकादशी, जिसे पितृ एकादशी भी कहा जाता है, वह दिन है जब भक्त भगवान विष्णु की उपासना और व्रत करके अपने पितरों की आत्मा की शांति और मोक्ष की कामना करते हैं। इस दिन किए गए धार्मिक कर्म और तर्पण से पितृदोष समाप्त होता … Read more

श्रावण मास की बड़ी सातम (शीतला सातम) – महत्व, कथा और वैज्ञानिक कारण

श्रावण मास की बड़ी सातम (शीतला सातम) – महत्व, कथा और वैज्ञानिक कारण परिचय श्रावण मास हिंदू पंचांग के सबसे पवित्र महीनों में से एक माना जाता है। इस माह में कई विशेष पर्व और व्रत आते हैं, जिनमें से एक है श्रावण मास की बड़ी सातम, जिसे शीतला सातम या बड़ी सातमी भी कहा … Read more

करवा चौथ 2025: व्रत विधि, कथा, महत्व, पूजा सामग्री और वैज्ञानिक रहस्य

परिचय भारत त्योहारों की भूमि है जहाँ हर पर्व का अपना महत्व, इतिहास और रीति-रिवाज होते हैं। इन्हीं पर्वों में एक विशेष पर्व है करवा चौथ, जिसे विवाहित महिलाएँ अपने पति की लंबी उम्र और अखंड सौभाग्य के लिए करती हैं। यह व्रत विशेष रूप से उत्तर भारत में बहुत लोकप्रिय है और इसकी धूम … Read more