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📅 राम एकादशी 2025 कब है?
| एकादशी | तिथि | वार |
|---|---|---|
| राम एकादशी 2025 | 20 अक्टूबर 2025 (सोमवार) | कार्तिक कृष्ण पक्ष |
- एकादशी तिथि प्रारंभ: 19 अक्टूबर 2025, शाम 04:46 बजे
- एकादशी तिथि समाप्त: 20 अक्टूबर 2025, शाम 06:12 बजे
- पारण (व्रत खोलने का समय): 21 अक्टूबर 2025, सुबह 06:20 से 08:30 तक
👉 यह एकादशी दीपावली से ठीक पहले आती है — इसलिए इसे “धन और सौभाग्य देने वाली एकादशी” भी कहा जाता है।
🔱 इस एकादशी का आध्यात्मिक महत्व
- भगवान विष्णु को समर्पित — लेकिन इस एकादशी को “माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने वाली एकादशी” भी कहा गया है।
- जो लोग दिवाली पर लक्ष्मी पूजन की तैयारी करते हैं — वे इस एकादशी का व्रत रखें तो धन, सुख और समृद्धि द्वार पर आती है।
- पुराणों में कहा गया है — “राम एकादशी का व्रत सौ अश्वमेध यज्ञों के बराबर फलदायी है।”
🔱 राम एकादशी का महत्व
- यह व्रत भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी दोनों को प्रसन्न करने वाला विशेष व्रत है।
- शास्त्रों में कहा गया है — “राम एकादशी का व्रत सौ यज्ञों के बराबर फल देता है।”
- इस व्रत से ** ऋण (कर्ज), पाप दोष, पितृ दोष और दरिद्रता दूर होती है।**
- विवाहित स्त्रियाँ यदि यह व्रत करें तो पति की आयु बढ़ती है और परिवार में सुख-शांति रहती है।
- व्यापारियों के लिए यह एकादशी आर्थिक उन्नति और व्यवसाय में लाभ प्रदान करती है।
📖 राम एकादशी की कथा
प्राचीन काल में राजा मूचुकुंद नामक एक धर्मात्मा राजा था। उसी राज्य में “रंभा” नाम की एक अत्यंत सुंदर और सदाचारी कन्या रहती थी, जो भगवान विष्णु की परम भक्त थी।
वह हर वर्ष राम एकादशी का व्रत करती थी और अत्यंत श्रद्धा से भगवान की पूजा करती थी।
एक बार देवताओं ने उससे प्रसन्न होकर उसे स्वर्ग में स्थान दिया और उसे देवताओं की रानी बना दिया।
तब भगवान विष्णु प्रकट हुए और बोले —
“जो कोई भक्त राम एकादशी का व्रत करेगा, उसे स्वर्ग में स्थान, लक्ष्मी-कृपा और जन्म-जन्मान्तरों के पापों से मुक्ति मिलेगी।”
🙏 राम एकादशी पूजा-विधि (Step-by-Step)
| चरण | विधि |
|---|---|
| 1️⃣ | प्रातः स्नान कर पीले या सफेद वस्त्र धारण करें |
| 2️⃣ | व्रत का संकल्प लें — “मैं विष्णु प्रसन्नता हेतु राम एकादशी का व्रत रख रहा/रही हूँ।” |
| 3️⃣ | घर के मंदिर या पूजन स्थल में पीतल या तांबे के दीपक में घी का दीप प्रज्वलित करें |
| 4️⃣ | भगवान विष्णु को तुलसी डालकर पंचामृत से स्नान करवाएँ |
| 5️⃣ | पीले फल, केले, नारियल, बताशे, तुलसी पत्र, धूप, दीप, अक्षत आदि से पूजन करें |
| 6️⃣ | 108 बार “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करें |
| 7️⃣ | राम एकादशी की कथा सुनें या पढ़ें |
| 8️⃣ | रात्रि में जागरण करें या भजन-कीर्तन करें |
| 9️⃣ | अगले दिन द्वादशी को गरीब को भोजन कराएं या गाय माता को रोटी खिलाकर व्रत खोलें |
🌿 राम एकादशी का वैज्ञानिक रहस्य
| धार्मिक नियम | वैज्ञानिक लाभ |
|---|---|
| फलाहार और केवल एक समय भोजन | Digestive System Detox होता है |
| तुलसी का सेवन | Immunity Booster |
| मंत्रोच्चार | Mind Relaxation & Stress Relief |
| रात्रि जागरण | Body के Melatonin Cycle को Reset कर Energy बढ़ाता है |
✨ राम एकादशी व्रत के लाभ
✅ आर्थिक संकट दूर
✅ पारिवारिक झगड़े समाप्त
✅ पितृ दोष का नाश
✅ व्यापार में वृद्धि
✅ संतान की उन्नति
✅ जन्म-जन्मान्तर के पापों से मुक्ति
🕉️ विशेष मंत्र (पूजा में प्रयोग करें)
॥ ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ॥
॥ ॐ श्रीरामाय नमः ॥
॥ ॐ लक्ष्मीनारायणाय नमः ॥
📌 निष्कर्ष
राम एकादशी 2025 (20 अक्टूबर, सोमवार) जीवन में समृद्धि, सौभाग्य और आध्यात्मिक उन्नति का अद्भुत अवसर लेकर आ रही है। यदि आप इसे शुद्ध मन, सच्ची आस्था और नियमपूर्वक करते हैं — तो आप निश्चित रूप से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करेंगे।