वसुबारस (गोवत्स द्वादशी) 2025: कहानी, महत्व, पूजा-विधि, वैज्ञानिक कारण और क्षेत्रानुसार परंपराएँ

1. प्रारंभिक कहानी: जब कृष्ण ने गाय को प्रणाम किया सूरज की हल्की सुनहरी किरणें गाँव के चारों ओर फैल रही थीं। छोटे कृष्ण ने अपने छोटे हाथों में गोबर की छोटी मूर्ति ली और उसे प्यार से छूकर प्रणाम किया। उसके सामने खड़ी गाय उसकी आँखों में मुस्कान लिए खड़ी थी। यही वह दिन … Read more