क्यों शिव को भोलेनाथ कहा जाता है? रहस्यमय कथाएँ और पुराणिक प्रमाण

भूमिका (Introduction) हिंदू धर्म के तीन प्रमुख देवताओं में से एक भगवान शिव को “भोलेनाथ” कहकर पुकारा जाता है। यह नाम अपने आप में गहन अर्थ समेटे हुए है। ‘भोले’ का मतलब है सरल, निष्कपट और तुरंत प्रसन्न होने वाले, जबकि ‘नाथ’ का अर्थ है स्वामी या पालनकर्ता। शिवजी की यह विशेषता उन्हें अन्य सभी … Read more

महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग: समय के स्वामी का अद्भुत चमत्कार

भाग 1: महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग – समय के स्वामी का अद्भुत चमत्कार 1. प्रस्तावना – महाकाल की नगरी उज्जैन भारत की आध्यात्मिक भूमि में कई पवित्र धाम हैं, परंतु उज्जैन का महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग सबसे अद्वितीय है। यह केवल एक मंदिर नहीं, बल्कि समय और मृत्यु के भी स्वामी शिव का वह स्थल है जहाँ आकर भक्त … Read more

नंदी बैल का महत्व: क्यों हर शिव मंदिर के बाहर बैठा होता है नंदी?

भाग 1: प्रस्तावना – नंदी बैल का महत्व शिव मंदिर में नंदी की अनिवार्यता जब भी हम किसी शिव मंदिर में प्रवेश करते हैं, सबसे पहले हमारी नज़र एक शांत, स्थिर और गंभीर बैल पर पड़ती है – नंदी। शिवलिंग के ठीक सामने बैठा यह बैल मानो भक्तों के लिए एक मौन संदेश देता हो … Read more

🔱 शिव को महादेव क्यों कहा जाता है? (भक्ति, तत्त्व, विज्ञान और तंत्र के दृष्टिकोण से सम्पूर्ण विवेचन)

1. 🕉️ भूमिका: कौन हैं शिव? शिव केवल एक देवता नहीं हैं। वे एक तत्त्व हैं — एक चेतना, एक शाश्वत ऊर्जा, जो सृष्टि की उत्पत्ति, स्थिति और संहार तीनों में समाहित है।वे त्रिदेवों में तीसरे माने जाते हैं, लेकिन महत्व में सबसे अधिक हैं क्योंकि वे “समाप्ति और पुनर्जन्म” दोनों के प्रतीक हैं। 2. … Read more