पुत्रदा एकादशी: संतान सुख देने वाली पावन तिथि का महत्व, कथा और व्रत-विधि

1. प्रस्तावना: पुत्रदा एकादशी का आध्यात्मिक महत्व सनातन धर्म में एकादशी व्रत का विशेष स्थान है। माना जाता है कि वर्ष भर में आने वाली 24 एकादशियों में से प्रत्येक का अपना अनूठा महत्व है, परंतु पुत्रदा एकादशी ऐसी एकादशी है जो विशेष रूप से संतान सुख की प्राप्ति और संतान के कल्याण के लिए … Read more

महाराष्ट्र का दही-हांडी उत्सव: इतिहास, महत्व, परंपरा और आधुनिक दृष्टिकोण

परिचय भारत विविधताओं का देश है, जहाँ हर राज्य की अपनी अनूठी परंपराएँ, त्यौहार और सांस्कृतिक विशेषताएँ हैं। महाराष्ट्र की बात करें तो यहाँ का सबसे प्रसिद्ध और रोमांचकारी उत्सवों में से एक है दही-हांडी। यह त्योहार न केवल धार्मिक महत्व रखता है बल्कि सामूहिकता, साहस और टीम वर्क का भी अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करता … Read more

शीतला सातम: माता शीतला की पूजा और ठंडे भोजन का अनोखा पर्व

भूमिका भारत विविध परंपराओं का देश है। यहाँ हर पर्व का एक गहरा धार्मिक और सामाजिक महत्व है। इन्हीं पर्वों में से एक है शीतला सातम, जिसे मुख्य रूप से गुजरात, राजस्थान और उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में मनाया जाता है। यह पर्व खासतौर पर माता शीतला को समर्पित है, जिन्हें चेचक और संक्रामक … Read more

सावन सोमवार व्रत का वैज्ञानिक और आध्यात्मिक महत्व

प्रस्तावना: भाग 1 सावन का महीना क्यों पवित्र माना जाता है? सावन या श्रावण मास भारतीय पंचांग के अनुसार वर्ष का पाँचवाँ महीना होता है। यह महीना भगवान शिव को समर्पित माना गया है। पुराणों में कहा गया है कि इस मास में की गई शिव-पूजा का पुण्य कई गुना बढ़ जाता है। इस दौरान … Read more