पितृ: महत्व, रहस्य, पितृपक्ष, श्राद्ध, तर्पण और पितृ दोष निवारण

भूमिका भारतीय संस्कृति में पितृ (पूर्वज/ancestors) को देवताओं के समान स्थान दिया गया है। वे हमारे अस्तित्व की नींव हैं, जिनके बिना न तो हमारा जन्म संभव है और न ही हमारा जीवन। शास्त्रों में कहा गया है—“पितृ देवो भव” अर्थात् पितरों को देवता समान मानो। हर वर्ष पितृपक्ष में श्राद्ध और तर्पण करके हम … Read more