प्रदोष काल: शिव भक्तों के लिए अद्भुत संध्या का रहस्य और महत्व

1. प्रस्तावना (Introduction) हिंदू धर्म में हर समय, हर तिथि और हर क्षण का अपना एक आध्यात्मिक महत्व है। ठीक उसी तरह, सूर्यास्त से कुछ समय पहले और उसके बाद का समय – जिसे प्रदोष काल कहा जाता है – विशेष रूप से भगवान शिव की आराधना के लिए सर्वश्रेष्ठ माना गया है। यह वही … Read more

सावन सोमवार व्रत का वैज्ञानिक और आध्यात्मिक महत्व

प्रस्तावना: भाग 1 सावन का महीना क्यों पवित्र माना जाता है? सावन या श्रावण मास भारतीय पंचांग के अनुसार वर्ष का पाँचवाँ महीना होता है। यह महीना भगवान शिव को समर्पित माना गया है। पुराणों में कहा गया है कि इस मास में की गई शिव-पूजा का पुण्य कई गुना बढ़ जाता है। इस दौरान … Read more

कैलाश पर्वत की परिक्रमा: आध्यात्मिक यात्रा का अनोखा अनुभव

प्रस्तावना कैलाश पर्वत, जिसे विश्व का आध्यात्मिक केंद्र कहा जाता है, हिमालय की गोद में स्थित है। इसे भगवान शिव का निवास माना जाता है। हर साल हजारों श्रद्धालु यहां की परिक्रमा (Kailash Kora) करने के लिए आते हैं। यह परिक्रमा न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि जीवन बदल देने वाला अनुभव भी … Read more

क्यों शिव को भोलेनाथ कहा जाता है? रहस्यमय कथाएँ और पुराणिक प्रमाण

भूमिका (Introduction) हिंदू धर्म के तीन प्रमुख देवताओं में से एक भगवान शिव को “भोलेनाथ” कहकर पुकारा जाता है। यह नाम अपने आप में गहन अर्थ समेटे हुए है। ‘भोले’ का मतलब है सरल, निष्कपट और तुरंत प्रसन्न होने वाले, जबकि ‘नाथ’ का अर्थ है स्वामी या पालनकर्ता। शिवजी की यह विशेषता उन्हें अन्य सभी … Read more